Wednesday 27 June 2012

रहेंगे हम सुखी कैसे ?

तुम्हारे ख्वाब टूटेंगे तो मेरी रात शुभ कैसे
अगर हों आँख तेरी नाम तो मेरी आँख चुप कैसे
भले हम फेस बुक पर मित्र हों ऐ मित्र दुनिया के
अगर तुम दुःख में होगे तो रहेंगे हम सुखी कैसे ?

1 comment:

  1. फेस बुक पर बने मित्र मित्र नहीं होते जिनके पास समय अधिक है और जो अपने परिवार जनों से असंतुष्ट हैं या जिनके परिवार जन और मित्र
    उनसे असंतुष्ट हैं ये वो कुनबा है |
    सर्व प्रथम उनका प्यार पाने कि चेष्ठा करना अनिवार्य है जो हमारे साथ हैं और सदा रहेंगे |
    तुम बहुत अच्छी हों इसलिए सब के दुखों को अपनाने कि सामर्थ्य है तुममे पर दुनिया बहुत खराब है तो सावधान |

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