सांसें कब थी साथ हमारे
बस तब तक प्रिय
जब तक तुम थे साथ हमारे ,
अब तो बस पिंजर है मेरा
आत्मा तो आज़ाद हुयी है ,
हाँ रहने को साथ तुम्हारे |
बस तब तक प्रिय
जब तक तुम थे साथ हमारे ,
अब तो बस पिंजर है मेरा
आत्मा तो आज़ाद हुयी है ,
हाँ रहने को साथ तुम्हारे |
No comments:
Post a Comment