Thursday 25 April 2013

बदलते रिश्ते

नए  कपडे नयी बातें नया उनवान है उनका ,
नयी हसरत नए सपने नया पैगाम  है उनका|
जो कल तक बस हमारी गोद में सर रख के सोते थे ,
नयी तकिया , नयी चादर , नया आराम है उनका |
मेरी आँखों से देखते थे जो सपने कल के ,
नए हैं रंग नए ढंग नया अंदाज़ है उनका |
कलम चुप हो गयी उनकी जो लिखती थी हमारा नाम ,
नए रिश्ते  नए चेहरे नया भगवान् है उनका|



1 comment:

  1. ओहहह.. संवेदनशील पैगाम है उनका..

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